Aditya-L1 Mission: भारतीय ताराभौतिकी संस्थान (IIA) ने बताया कि आदित्य-एल 1 का वीईएलसी पेलोड एक आंतरिक और गुप्त सौर कोरोनोग्राफ है। इसमें इमेजिंग, स्पेक्ट्रोस्कोपी और स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री चैनल हैं। वीईएलसी को सौर कोरोनाग्राफ बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।
IIA ने कहा कि उसने विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ (VELC) का डिजाइन तैयार करने के साथ इसका संयोजन और परीक्षण किया है, जो सूर्य के अध्ययन के लिए भारत के पहले समर्पित वैज्ञानिक मिशन ‘आदित्य-एल1’ के सात पेलोड में से एक है।
ISRO दो सितंबर को श्रीहरिकोटा से आदित्य-एल1 का प्रक्षेपण करने के लिए तैयार है। IIA ने कहा, आईआईए को वीईएलसी का संयोजन करने के लिए होसाकोटे में अपने क्रेस्ट परिसर में भारत का पहला बड़ा आकार का ‘क्लास टू क्लीन रूम’ बनाना था।
Aditya L1 Live Watching : https://www.youtube.com/watch?v=_IcgGYZTXQw
सूर्य के व्यापक अध्ययन और जांच के लिए उपग्रह अपने साथ छह अन्य उपकरण भी ले जाएगा। आईआईए ने कहा, इससे पहले, इस मिशन की कल्पना एक उपकरण-विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC) ले जाने वाले 400 किलोग्राम वर्ग के उपग्रह के साथ आदित्य-1 के रूप में की गई थी, और इस 800 किमी नीची, पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित करने की योजना बनाई गई थी।
IIA ने कहा कि इसलिए, ‘आदित्य-1’ मिशन को अब ‘आदित्य-एल1’ मिशन के रूप में संशोधित किया गया है और इस एल1 के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में रखा जाएगा, जो पृथ्वी से सूर्य की ओर 15 लाख किलोमीटर दूर है।
Aditya-L1 Launch Date : भारत का सूर्य मिशन की आ गई तारीख, ISRO ने दी जानकारी