G20 Summit : जी-20 समिट में भाग लेने के लिए 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और अनेक वैश्विक संगठन से जुड़े डेलीगेट्स दिल्ली आएंगे। लिहाजा कूटनीति का महाकुंभ माने जाने वाले जी-20 समिट के लिए दिल्ली दरबार को सजाया जा रहा है।
युद्धस्तर पर तैयारियां जारी हैं, लेकिन इसके साथ-साथ दिल्ली के सुरक्षा कवच को भी मजबूत किया जा रहा है। 24×7 दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी। हर चौक-चौराहे पर जासूसी कैमरे लगाए गए हैं। जो हर मूवमेंट को कैप्चर करेंगे।
इतना ही नहीं एयरपोर्ट से मंडपम तक दिल्ली पुलिस की ब्लू ब्रिगेड, पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ तैनात रहेगी। वो भी हाईटेक हथियारों के साथ बख्तरबंद गाड़ियों में। आखिर कैसे, जी-20 समिट से पहले दिल्ली का सुरक्षा चक्र अभेद्य होगा। कैसे इसमें सेंध लगाना नामुमकिन होगा।
जिस जगह G-20 शिखर सम्मेलन होना है उस जगह को एक महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था, और वो है प्रगति मैदान के आइइसीसी कनवेंशन सेंटर में बना भारत मंडपम। ‘भारत मंडपम’ को बनाने में करीब 2,700 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस परिसर की भव्यता ऐसी है कि जब यहां जी-20 की बैठक होगी, तब पूरी दुनिया भारत के बढ़ते कद से परिचित होगी।
G-20 समिट में शामिल होने के लिए राजधानी दिल्ली में आने वाले विदेशी मेहमान एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। ऐसे में विदेशी मेहमानों के लिए देश की संस्कृति को दर्शाती कलाकृति बनाई गई है, वो भी वेस्ट टू आर्ट तकनीक का इस्तेमाल कर। दिल्ली एयरपोर्ट के Terminal-3 के एंट्री-एग्जिट प्वॉइंट पर शानदार तरीके से सजाया गया है। एयरपोर्ट से लेकर वैन्यू तक के रास्ते पर पेंटिंग की गई है। फव्वारे, मूर्तियां और सजावटी फूल से एयरपोर्ट को सवारा गया है। जी-20 सम्मेलन के जरिए भारत की विविधता को दुनिया के सामने दिखाने का भी मौका है।
ऐसे में राजधानी दिल्ली के कई फ्लाईओवर की दीवारों, अंडरपास और सड़कों के किनारे हरियाली के साथ सुंदर कलाकृतियों को उकेरा गया है ताकि दिल्ली की सुंदरता में चार-चांद लगाया जा सके। 7 सितंबर से विदेशी मेहमानों और डेलिगेशन के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। ऐसे में आने वाले चंद दिनों में सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी। कूटनीति के महाकुंभ के दिल्ली दरबार सज कर तैयार हो