राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र गुरुवार को कई वर्षों के बाद उत्तर प्रदेश की विधानसभा पहुंचे तो विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके बाद मिश्र यहां लगभग एक घंटे से अधिक समय बिताए। इस दौरान उन्होंने पूरी विधान सभा का भ्रमण किया और विधान सभा के पुराने स्वरूप को याद करते हुए यहां हुए बदलाव की सराहना की।
इस मौके पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने सभा मंडप, सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष के लिए बनाई गयी आधुनिक लाबी, नवीनीकृत गलियारों, सेल्फी प्वाइंट का भी भ्रमण किया। जहां पर विधान सभा में स्थापित किए गए महापुरुषों के तैल चित्रों आदि को देखा।
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने राज्यपाल कलराज मिश्र को बताया कि 18वीं विधान सभा में कई सदस्य पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, इंजीनियर्स, शोध धारक एवं विधि स्नातक सदस्य के रूप में निर्वाचित होकर आए हैं। महाना ने राज्यपाल कलराज मिश्र को सभा मंडप के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश की विधान सभा में जो सूचनाएं शासन से अथवा विधायकों के माध्यम से सदन में आती हैं, उन्हें ऑनलाइन किया गया है।
साथ ही सदन में जो भी कार्यवाही सदन के पटल पर रखी जाती है, उसको भी ई-बुक पर ऑनलाइन संचालित किया जा रहा है। उप्र. विधान सभा पेपरलेस है और यहां पर ई-विधान की योजना लागू की जा चुकी है। महाना ने उन्हें यह भी बताया कि विधान सभा में नई व्यवस्था लागू होने के बाद छात्र छात्राएं व्यापारी और विधायकों के परिजन विधान सभा देखने आ रहे हैं।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना एवं प्रमुख सचिव विधान सभा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।