Scrub Typhus : यह ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी बैक्टीरिया के कारण होने वाला एक जानलेवा संक्रमण है, जो दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है।
स्क्रब टाइफस जिस कीड़े के काटने से होता है वह ज्यादातर पहाड़ी इलाकों या फिर जिन जगहों पर जंगल, घास-फूस ज्यादा होती है, वहां पाए जाते हैं। अगर इसे समय से पहचान लिया जाए और ट्रीटमेंट करवा लिया जाए तो यह बेहद जल्दी ठीक हो जाता है। अगर देर कर दी जाए तो इसमें मृत्युदर भी काफी ज्यादा है।
- लक्षण: स्क्रब टाइफस के सबसे आम लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और कभी-कभी दाने शामिल हैं।
- उपचार: स्क्रब टाइफस का इलाज Antibiotic Doxycycline से किया जाना चाहिए। Doxycycline का उपयोग किसी भी उम्र के व्यक्तियों में किया जा सकता है।
- इस बीमारी के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है ।
- यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलेगा।
स्क्रब टाइफस में ब्रेन, लंग्स, हार्ट, लिवर और किडनी जैसे प्रमुख अंग भी प्रभावित होने लगते हैं। पार्क में जहां पर घास वगैरह ज्यादा होती है या फिर कई बार ओपन लॉन में जो शादियां होती हैं, वहां भी स्क्रब टाइफस के होने के चांस रहते हैं। इसकी पहचान करने में तीन से चार दिन का समय लगता है। इलाज से यह ठीक हो जाता है।
समय से बीमारी की पहचान ना होने पर 10 से 20 प्रतिशत मृत्यु दर देखी गई है। साथ ही यह ब्रेन को भी तेजी से प्रभावित करता है।
क्रिटिकल केयर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी सुंदरानी ने कहा, शरीर में ब्लैक स्पॉट दिखे तो नजरअंदाज न करें बारिश के दिनों में इस तरह के केस देखे जा रहे हैंं। शहर में मामले देखने को मिले हैं। सबसे ज्यादा केस जगदलपुर, कांकेर और धमतरी से आ रहे हैं।
हालांकि इस संक्रमण का इलाज ज्यादा महंगा नहीं है। लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। समय पर इलाज मिले तो कोई दिक्कत नहीं होती।
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