छतरपुर जिले में पदस्थ SDM Nisha Bangre ने अपना इस्तीफा मंजूर कराने के लिए पैदल न्याय यात्रा प्रारंभ की है। वह बैतूल जिले के आमला से मुख्यमंत्री निवास के लिए निकाली हैं। गुरुवार को आमला के माता मंदिर से शुरू की गई उनकी न्याय पद यात्रा 12वें दिन नौ अक्टूबर को भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचेगी।
यात्रा प्रारंभ करने के पूर्व डिप्टी कलेक्टर बांगरे ने बताया कि उन्हें करीब तीन महीने से प्रदेश की सरकार से न्याय नहीं मिल पाया है। वह बैतूल जिले के आमला से पैदल चलते हुए भोपाल में मुख्यमंत्री निवास जाएंगी। करीब 335 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा के बाद वह 9 अक्टूबर को भोपाल में मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन करेंगी।
गौरतलब है कि निशा बांगरे आमला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती है। उन्होंने 22 जून को डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन सरकार ने अब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।
उन्होंने इस मामले में कहा कि आमला में सर्व धर्म शांति सम्मेलन में भाग लेने की अनुमति न देने के बाद जब अपने पद से इस्तीफा दे दिया तो उसे स्वीकार नहीं किया जा रहा है। तरह-तरह के पेंच लगाकर मुझे न्याय से वंचित किया जा रहा है। न्यायालय में भी गलत जानकारी प्रस्तुत की जा रही है।
निशा बांगरे ने कहा कि सोमवार को बैतूल में कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर तीन दिन में निर्णय लेने की मांग की थी। इस पर भी सरकार ने कुछ नहीं किया है। इस कारण मुझे सड़क पर उतरना पड़ रहा है। पद यात्रा करते हुए मुख्यमंत्री निवास भोपाल जाकर न्याय मांगेंगी और यदि कोई निर्णय नहीं लिया गया तो मुख्यमंत्री निवास के सामने ही आमरण अनशन प्रारंभ कर दूंगी।
बांगरे ने बताया कि आमला में प्रदेश सरकार की सद्बुद्धि के लिए मैंने यज्ञ की शुरुआत भी की है। मेरे मामा आमला में क्रमिक अनशन प्रारंभ कर रहे हैं। न्याय पद यात्रा करते हुए वे आमला से सारणी, घोड़ाडोंगरी, शाहपुर, केसला, नर्मदापुरम, सलकनपुर, बुधनी, जैत, बरखेड़ा, मंडीदीप होते हुए मुख्यमंत्री निवास भोपाल पहुंचेंगी।